नारी का सम्मान। Poetry Hindi Poem Hindi Kavita

नारी का सम्मान।

जिसके मन में नारी का सम्मान होता है,वो ही सच्चे अर्थ में इंसान होता है। नारी ही तो धर्म, संस्कृति, राष्ट्र का आधार हैनारी को जो ठुकरा दे उसपर तो…
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बारिश का वो एक दिन।

बारिश का वो एक दिन कुछ यूं यादगार बन गया,ना चाहा था जिसे इस तरह, वो मेरा दिलदार बन गया। मासूमियत ना थी उसमें, था थोड़ा सा लड़कपनडर ना किसी…
किसी रोज़। Poetry Hindi Poem Hindi Kavita

किसी रोज़।

किसी रोज़ दस्तक जो दिल पर हुई तो,याद आयी अचानक वो महफ़िल दोबारा,वो रस्ते, वो गलियां, थे जिनसे हम गुज़रेसाथ था एक चेहरा जो दिल में उतारा। हवाएं भी सहला…
वो संवरती रही, मैं बिखरता रहा। Poetry Hindi Poem Hindi Kavita

वो संवरती रही, मैं बिखरता रहा।

इस क़दर प्यार उससे मैं करता रहा,वो संवरती रही मैं बिखरता रहा।मन ही मन अनगिनत सपने बुनता रहा,वो संवरती रही, मैं बिखरता रहा। उसकी ही बातें थीं बातों में मेरीबिन…
मैं चलता रहूंगा। Poetry Hindi Poem Hindi Kavita

मैं चलता रहूंगा।

गिरूं चाहे कितनी ही दफा,हर बार उठकर संभलता रहूंगामैं चलता रहूंगा।आएं भले कितनी ही कठिनाईयां,उन मुश्किलों से निकलता रहूंगामैं चलता रहूंगा। बहुत डर चुका अपनी राहों से अबतकजब चलना ही…

मुझे खोने के बाद।

मत रखना मुझको तू यादमुझे खोने के बाद।बदल जाएंगे तेरे भी हालातमुझे खोने के बाद। गहराई मेरी चाहत की,जान जाएगी पूरी कायनातमुझे खोने के बाद। तेरा तुझ जैसे किसी पर…
Holi Poetry Hindi Poem Hindi Kavita

होली

फागुन का ये महीना पावन, लगे शीतल चंदन रोलीपूर्णिमा के अगले दिन ही, आनंदपूर्ण आती होली। प्रीति भाव से हैं प्रसन्न सब, सृष्टि ये सारी भोलीविष्णु भक्त प्रहलाद विजय से,…
रक्तदान की महिमा। Poetry Hindi Poem Hindi Kavita

रक्तदान की महिमा।

तुमसे विनती है कि अबसे और ना तुम अभिमान करो,जीवन में कम से कम अपने एक बार रक्त दान करो।कर लिया बहुत कुछ जीवन में, अब ये काम महान करो,जीवन…
तुम नहीं समझोगी। Poetry Hindi Poem Hindi Kavita

तुम नहीं समझोगी।

किस तरह हर पल मेरा दिल तुम्हें याद करता है,तुम नहीं समझोगी!हर घड़ी तुमसे मिलने की फ़रियाद करता है,तुम नहीं समझोगी! मन मचलता है, दिल में एक मीठी सी चुभन…
तेरी यादें हीं काफ़ी हैं। Poetry Hindi Poem Hindi Kavita

तेरी यादें हीं काफ़ी हैं।

दिन रात सुनना चाहूँ मैं, मीठी सी वो सारी बातें हीं काफी हैं,तेरी यादें हीं काफी हैं! कभी ना कभी तो पूरी होंगी, तुझे पाने कि वो मुरादें हीं काफी…