Welcome to Mr. Shayar Online, the digital abode of Pradeep, lovingly known as Mr. Shayar. This platform is a खजाना (treasure) of shayari that penetrates the दिल (heart) of Indian emotions and सांस्कृतिक (cultural) richness. Here, हर पंक्ति (every line) and अंतरा (stanza) celebrates the undying spirit of shayari, covering themes from प्यार (love) and तरस (longing) to दोस्ती (friendship) and the philosophical पहलू (aspects) of life. Whether you're a पुराना (long-time) admirer of पारंपरिक (traditional) कविता (poetry) or you're attracted to आधुनिक (modern) expressions of age-old sentiments, Mr. Shayar Online offers a जगह (space) to connect with words that गूँज (echo) the soul of India.
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किसी रोज़ दस्तक जो दिल पर हुई तो,याद आयी अचानक वो महफ़िल दोबारा,वो रस्ते, वो गलियां, थे जिनसे हम गुज़रेसाथ था एक चेहरा जो दिल में उतारा। हवाएं भी सहला…
इस क़दर प्यार उससे मैं करता रहा,वो संवरती रही मैं बिखरता रहा।मन ही मन अनगिनत सपने बुनता रहा,वो संवरती रही, मैं बिखरता रहा। उसकी ही बातें थीं बातों में मेरीबिन…
गिरूं चाहे कितनी ही दफा,हर बार उठकर संभलता रहूंगामैं चलता रहूंगा।आएं भले कितनी ही कठिनाईयां,उन मुश्किलों से निकलता रहूंगामैं चलता रहूंगा। बहुत डर चुका अपनी राहों से अबतकजब चलना ही…
मत रखना मुझको तू यादमुझे खोने के बाद।बदल जाएंगे तेरे भी हालातमुझे खोने के बाद। गहराई मेरी चाहत की,जान जाएगी पूरी कायनातमुझे खोने के बाद। तेरा तुझ जैसे किसी पर…
फागुन का ये महीना पावन, लगे शीतल चंदन रोलीपूर्णिमा के अगले दिन ही, आनंदपूर्ण आती होली। प्रीति भाव से हैं प्रसन्न सब, सृष्टि ये सारी भोलीविष्णु भक्त प्रहलाद विजय से,…
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