पास तेरे जो आऊंगा मैं।

पास तेरे जो आऊंगा मैं। Poetry Hindi Poem Hindi Kavita
पास तेरे जो आऊंगा मैं।

पास तेरे जो आऊंगा मैं, पलकों पर तुझको बिठाऊंगा मैं
तेरे दिल की धड़कनों में बसकर, तेरी साँसों की खुशबू बन जाऊंगा मैं
पास तेरे जो आऊंगा मै।…

मिटाकर तेरे दिल से यादें सभी की, नाम अपना लिख जाऊंगा मैं
पास तेरे जो…

मासूम से तेरे चेहरे पर से, शर्म का घूंघट उठाऊंगा मैं
पास तेरे जो…

देखी ना हो किसी ने कभी भी, मोहब्बत ऐसी दिखाऊंगा मैं
पास तेरे जो…

ख्वाब देखें हों तूने जो भी, सच सारे कर जाऊंगा मैं
पास तेरे जो…

ग़म चाहे हो कोई तुझको, दर्द-ए-दिल मिटा जाऊंगा मैं
पास तेरे जो…

झिलमिल तेरे सपनों में आकर, नींदें तेरी जगाऊंगा मैं
पास तेरे जो…

संग तुझे सितारों में बिठाकर, चाँद की सैर कराऊंगा मैं
पास तेरे जो…

आंच ना आये कोई तुझपर, नज़रों से दुनिया की बचाऊंगा मैं
पास तेरे जो…

बातें करें हम सारी रात भर, तेरी आँखों से नींदें चुराऊँगा मैं
पास तेरे जो…

तोड़कर सारी पाबंदियां इस जग की, तेरी रूह में समाऊंगा मैं
पास तेरे जो…

मोहब्बत कि सारी हदें पार कर, प्यार अमर कर जाऊंगा मैं
पास तेरे जो आऊंगा मैं, पलकों पर तुझको बिठाऊंगा मैं
तेरे दिल कि धड़कनों में भास्कर, तेरी साँसों कि खुशबू बन जाऊंगा मैं
पास तेरे जो आऊंगा मै…